टीवी से लेकर राजनीती तक का सफ़र किया तय, जानिए अब कितनी संपत्ति कि मालकिन हैं स्मृति ईरानी

समृति ईरानी एक भारतीय टेलीविज़न अभिनेत्री, महिला राजनीतिज्ञ और भारत सरकार के अंतर्गत कपड़ा मंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं. और इससे पूर्व वे मानव संसाधन विकास मंत्री रह चुकी हैं. एक अभिनेत्री के रूप में समृति ईरानी ने क्योंकि ‘सास भी कभी बहू थी ‘ में तुलसी की जबरदस्त भुमीका निभाई थी. इस सीरियल ने उन्हें घर घर में अलग पहचान दिलवा दी थी. लेकिन, बाद में ये राजनीत से जुड़ गई. आपको बता दे इन्होंने राहुल गांधी को उनके गड़ अमेठी में भारी मतों से हरा कर इतिहास रचा था. आज के इस खास पोस्ट में हम आपको इनकी राजनीती, परिवार और नेट वर्थ के बारे में जानकारी देंगे.


बीजेपी नेत्री और अमेठी सांसद समृत ईरानी के पास लगभग 7 करोड़ की संपत्ति है. इन्होंने अभिनेत्री के रूप में लाखों लोगों का दिलो पर राज किया है. और अपने राजनीति जीवन में भी वो बहुत अच्छा काम करके लोगो के दिलों को जीत रही है. स्‍मृति के पास 1.75 करोड़ की चल संपत्ति और 2.96 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. इसमें 1.45 करोड़ रुपये मूल्य की कृषि योग्य भूमि और 1.50 करोड़ की आवासीय इमारत शामिल है. स्मृति को कारों का जायदा शौंक नही है. उनके पास कुछ गिनी चुनी कारे है जिनकी कीमत लगभग 13.14 लाख है.

23 मार्च 1977 को जन्मी स्मृति ईरानी का ताल्लुक एक पंजाबी परिवार से है. इनके पिता अजय कुमार मल्होत्रा का जहां एक पंजाबी परिवार से ताल्लुक था. वहीं इनकी मां शिबानी एक बंगाली परिवार से आती थी. स्मृति ईरानी तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं स्मृति ने जुबिन ईरानी पारसी से शादी की थी. उनके दो बच्चे हैं – ज़ोहर ईरानी, और ज़ोइश ईरानी, साल 2001 में उन्हें एक बेटा हुआ, जिसका नाम ‘जौहर’ रखा गया था जबकि सितंबर 2003 में उन्हें एक बेटी हुई, जिसका नाम ‘जोइश’ चुना गया था.

स्मृति ईरानी ने साल 2003 में अपने राजनीति में कदम रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी को चुनना उचित समझा. कहा जाता है कि स्मृति के दादा आरएसएस के सदस्य थे. वहीं 2004 में स्मृति ईरानी को पार्टी द्वारा महाराष्ट्र युवा विंग के उपाध्यक्ष का पद सौंपा गया और यहां से शुरू हुआ स्मृति ईरानी का राजनीति करियर आज एक नए मुकाम पर पहुंच चुका है. अपने इस 19 साल के सफर में स्मृति ईरानी ने पार्टी की तरफ से दी गई कई सारी अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं. इतना ही नहीं साल 2014 में देश में हुए लोकसभा के चुनाव के लिए बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी के उस समय के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध स्मृति ईरानी को खड़ा किया था. हालांकि इस चुनाव में स्मृति को राहुल गांधी से हार मिली थी. लेकिन बीजेपी को इन चुनाव में मिली जीत के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री बना दिया गया.