अंडरवर्ल्ड की धमकी पर बोले थे गुलशन कुमार, कहा- इतने में तो माता का भंडारा करवा दूंगा

कोरोना महामारी की वजह से देश भर के लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है। इसी बीच नवरात्रि के त्यौहार भी चल रहे हैं। कोरोना महामारी के बीच श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। चैत्र नवरात्रि के दौरान सुबह शाम माता रानी की भेंटों से वैष्णो धाम गूंज रहा है। आपको बता दें कि बीते रोज तुलसी कुमार ने भी माता रानी के दरबार में हाजिरी लगाई थी। तुलसी गुलशन कुमार की बेटी हैं। जी हां, वही गुलशन कुमार जो वैष्णो माता के भक्त थे, जिनकी हत्या मंदिर के बाहर कर दी गई थी।

हिंदी सिनेमा जगत में गुलशन कुमार संगीत सम्राट थे। गुलशन कुमार म्यूजिक कंपनी टी सीरीज के मालिक थे। यह दिल्ली में एक जूस की दुकान चलाया करते थे परंतु एक दिन गुलशन कुमार इतनी बड़ी कंपनी के मालिक बन गए की अंडरवर्ल्ड की निगाह उनके ऊपर पड़ गई। शुरुआत में गुलशन कुमार ने भजन गाकर बड़ा नाम बनाया था जिसके बाद उन्हें कैसेट किंग के नाम से भी पहचान मिली थी। 80 के दशक में उन्होंने टी सीरीज कंपनी की स्थापना की थी। माता वैष्णो देवी में गुलशन कुमार की गहरी आस्था थी, वह देवी मां के बहुत बड़े भक्त थे।

गुलशन कुमार ने वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए बहुत से कार्य करवाए थे परंतु उनके द्वारा किए जा रहे नेक काम अंडरवर्ल्ड की आंखों में खटकने लगे और एक दिन जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई थी। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि गुलशन कुमार को मंदिर के बाहर 16 गोलियां मारी गई थीं। गुलशन कुमार को बचाने के लिए उनके ड्राइवर ने भी बहुत कोशिश की थी। ऐसा बताया जाता है कि अपने मालिक को बचाने के लिए ड्राइवर हत्यारों पर कलश फेकता रहा था परंतु हत्यारे बिल्कुल भी नहीं रुके थे। हत्यारों ने ड्राइवर के पैर पर गोली चला दी थी जिसकी वजह से वह जख्मी हो गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुलशन कुमार को मारने की जिम्मेदारी अबू सलेम ने दाऊद मर्चेंट और विनोद जगताप नाम के शॉर्प शूटरों को दी थी। वर्ष 2001 में शॉर्प शूटर विनोद जगताप ने खुद यह बात का कबूला था कि उन्होंने गुलशन कुमार को गोली मारी थी। आपको बता दें कि लेखक हुसैन जैदी की किताब “My Name is Abu Salem” में गुलशन कुमार के मर्डर के बारे में जिक्र किया गया है। इस किताब के अनुसार अबू सलेम ने गुलशन कुमार से 10 करोड़ रूपए की फिरौती मांगी थी परंतु गुलशन कुमार ने पैसे देने से इनकार कर दिया था।

गुलशन कुमार ने कहा था कि “इतने रुपयों में तो वैष्णो देवी के दरबार में भंडारा करवा दूंगा।” बस क्या था, गुलशन कुमार की यह बात अबू सलेम को बहुत बुरी लग गई। ऐसा बताया जाता है कि जब गुलशन कुमार को गोली मारी जा रही थी तब शूटर ने बोला था कि “पूजा बहुत हो गई, अब ऊपर जाकर करना।” मुंबई पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल के बाद यह कहा था कि फिल्मी हस्तियां और माफिया के लोग गुलशन कुमार की हत्या के जिम्मेदार थे।