किन्नरों ने पेश की मानवता की मिसाल, दर्द से चीख रही थी महिला, चलती ट्रेन में कराई डिलीवरी, Video वायरल

किन्नर ना तो मर्द होते हैं और ना ही नारी। यह एक ऐसा समुदाय है, जिसका जिक्र ग्रंथों में पाया जाता है। किन्नर हमारी हर खुशी में शामिल होते हैं और माना जाता है कि इनकी दुआओं में बहुत असर होता है और इनकी बद्दुआएं नहीं लेनी चाहिए। अक्सर हम सभी लोगों ने रेल यात्रा के दौरान बहुत से किन्नर को देखा होगा। ट्रेन की बोगियों में जब किन्नरों का समूह ताली बजाते हुए सामने आते हैं तो कुछ यात्री उन्हें दूर भगाने लगते हैं। बोगी में जैसे ही किन्नर आते हैं, तो ज्यादातर लोग या तो इन्हें घृणा की नजर से देखते हुए मुंह बना लेते हैं या इनकी चाल ढाल और बोलने के ढंग को देखते हुए डर जाते हैं।

लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह भी इंसान हैं और इनके अंदर भी दयाभाव होता है। वहीं सोशल मीडिया पर किन्नरों की दरियादिली का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। किन्नरों की ममता देखने के बाद लोग उनके पहल की काफी तारीफ कर रहे हैं। जी हां, हाल ही में किन्नरों ने एक ट्रेन में जो किया उसकी चर्चा हर कोई कर रहा है। लेबर पेन से चीख रही महिला के लिए किन्नर भगवान बन कर आए और ममता की मिसाल पेश की।

गर्भवती महिला की किन्नरों ने की मदद

दरअसल, आज हम आपको जिस घटना के बारे में बता रहे हैं यह बिहार से सामने आया है, जहां चलती हुई ट्रेन में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। रेल यात्रा के दौरान में ही महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। महिला दर्द में तड़प रही थी, लेकिन यह सब देखने के बावजूद भी उस महिला की मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया था। ऐसी स्थिति में ट्रेन में मौजूद किन्नर, महिला के लिए देवदूत बनकर आगे आए। इसके बाद कोई अन्य रास्ता नहीं दिखा तो किन्नरों ने ट्रेन के टॉयलेट में ही महिला की सफल डिलीवरी करवाई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डिलीवरी के बाद मां और बच्चा दोनों सुरक्षित और स्वास्थ्य हैं। अब इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में किन्नर को बच्चे को गोद में लिए हुए देखा जा सकता है।

मदद की गुहार लगाता रहा पति

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह मामला बिहार के जमुई जिले का बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 16 जनवरी को शेखपुरा जिले की रहने वाली गर्भवती महिला अपने पति के साथ हावड़ा से लखीसराय जाने के लिए हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुई थी। ट्रेन जसीडीह रेलवे स्टेशन से खुली तो महिला को लेबर पेन होने लगा। महिला दर्द से कराह रही थी लेकिन वहां मौजूद अन्य महिला यात्री उसकी मदद करने से कतरा रही थी।

ऐसा बताया जा रहा है कि पत्नी को दर्द में तड़पता हुआ देख शख्स ट्रेन में मौजूद लोगों से मदद की गुहार लगा रहा था लेकिन कोई भी महिला की मदद के लिए आगे नहीं आया था। दर्द बढ़ने की वजह से महिला की स्थिति भी बहुत बिगड़ती जा रही थी। वहीं शख्स अपनी पत्नी के लिए मदद की गुहार लगाता रहा। उसी दौरान ट्रेन सिमुलतला रेलवे स्टेशन पहुंची और किन्नरों की एक टोली ने यात्रियों से पैसे मांगने के लिए कोच में एंट्री की।

किन्नरों ने कराई डिलीवरी


महिला के दर्द पर किसी का दिल नहीं पसीजा लेकिन महिला को प्रसव पीड़ा में तड़पता देख किन्नरों का दिल पसीज गया और वह उसकी मदद के लिए आगे आईं। जैसे ही किन्नरों ने देखा, बिना वक्त गंवाए महिला को उठाया और ट्रेन के वॉशरूम में ले गईं और वहां प्रसव कराया। महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। सभी किन्नरों ने नवजात बेटे को गोद में लेकर आशीर्वाद दिया। महिला के बेटे को जन्म देने पर किन्नरों में खुशी का माहौल देखने को मिला। किन्नरों ने महिला की ना सिर्फ मदद की, बल्कि उन्होंने दरियादिली दिखाते हुए यह कहा कि अगर आप लोगों के पास पैसे नहीं हैं, तो हम लोगों से ले लीजिए और महिला को अस्पताल में जाएं, बच्चे को डॉक्टर से दिखा लें।

इसके बाद सभी किन्नर झाझा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतर गए। किन्नरों के द्वारा किए गए इस प्रयास की अब हर तरफ चर्चा हो रही है। किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और उसे वायरल कर दिया। वीडियो देखने के बाद हर कोई किन्नरों की पहल की तारीफ करता हुआ नहीं थक रहा है।