भूखों का पेट भरने के लिए इस शख्स ने बेच दिए पत्नी के गहने, रोजाना गरीबों को खिला रहा खाना

कोरोना महामारी के बीच लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। करोना काल में लोगों को आर्थिक मार झेलनी पड़ रही है। संकट की इस घड़ी में बहुत से लोग ऐसे हैं जिनकी नौकरियां चली गई हैं। दो वक्त की रोटी का गुजारा कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा है। आर्थिक तंगी के कारण लोगों को कई बार भूखा भी सोना पड़ जाता है। काफी लंबे समय से देश के लोग कोरोना वायरस की महामारी से परेशान चल रहे हैं। अभी तक इस वायरस का खतरा टला नहीं है।

कोरोना की दूसरी लहर बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। रोजाना ही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है और लोग अपनी जान भी गंवा रहे हैं। करोना काल में सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब बेसहारा लोगों को हो रही है परंतु ऐसा नहीं है कि इन लोगों की मदद के लिए कोई भी सामने नहीं आया है।

कोरोना काल में ऐसे बहुत से लोग हैं जो रोजाना ही सड़क किनारे गरीब भूखे लोगों को खाना खिला रहे हैं। इसी बीच कोयंबटूर से एक मामला सामने आया है। जहां पर एक शख्स ने गरीबों भूखों के लिए अपनी पत्नी के गहने बेच दिए और यह रोजाना सड़क किनारे रह रहे लोगों को खाना खिला रहा है।

आज हम आपको जिस शख्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं, वह शख्स कोयंबटूर के जे मोहम्मद रफी हैं, जो इन दिनों गरीब और भूखे लोगों को खाना खिलाने में लगे हुए हैं। यह रोजाना सड़क के किनारे रह रहे भूखे गरीबों को चिकन और एग बिरयानी खिलाते हैं। सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह निर्धन लोगों को प्रोटीन युक्त खाना खिला रहे हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी पत्नी की सेविंग तक को खर्च कर दिया है।

खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि जे मोहम्मद रफी ऑल रिलिजियस अफिनिटी मूवमेंट (ARAM) के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। यह पिछले साल लॉकडाउन में भी इसी प्रकार से मजदूरों की सहायता करने के लिए सड़क पर उतरे थे। यह शुरुआत से ही जरूरतमंद लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। इस बार जब उन्होंने देखा की स्थिति काफी खराब हो गई है तो वह फिर से सड़क पर उतर गए। बता दें कि जे मोहम्मद रफी ने पिछले साल भी अपनी बीवी के गहने बेचे थे और उससे उन्होंने गरीब लोगों के खाने का इंतजाम किया था।

मिली जानकारी के अनुसार, रफी लगभग 1000 ऐसे लोगों को खाना खिला रहे हैं जिनके पास किसी भी प्रकार की नौकरी नहीं है। इसमें कंस्ट्रक्शन वर्कर, बेकरी वर्कर भी शामिल हैं। इसके साथ ही रफी अस्पतालों, बाजारों और सड़कों के किनारे रहने वाले निर्धन बेसहारा भूखे लोगों को भी खाना खिलाते हैं।

संकट की इस घड़ी में रफी जो कार्य कर रहे हैं उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। यह भूखे लोगों को रोजाना खाना खिलाते हैं उनके इस नेक कार्य की हर कोई तारीफ करता है। रफी अपने भाई की दुकान पर खाना बनवाते हैं, इसके साथ ही वह राशन भी गरीब परिवारों को बांटते हैं जिससे गरीब लोग भी अपने घर के अंदर कुछ बना कर खा सकें। उनका कहना है कि उनको इस काम से बेहद खुशी मिलती है। रफी के द्वारा किए जा रहे इस कार्य में उनकी पत्नी और बेटी भी पूरा पूरा सपोर्ट करती हैं।