यदि रहते हो गरीब ,बीमारी से परेशान तो एक दीपक जला दे इस तरह से और देखे साक्षात् देखें चमत्कार
जैसा की हम सभी जानते है की नया साल 2018 शुरू हो चूका है और यदि आपने 2017 में कड़ी मेहनत की है लेकिन अभी तक उसका कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हुआ है तो इसका अर्थ यही है की आपके कुंडली में जरुर कोई ग्रह दोष है क्योंकि ग्रह दोष के कारण से हमारा भाग्य कभी हमारा साथ नहीं देता है |ज्योतिष में कुल नव ग्रह हैं सूर्य ,चन्द्रमा ,मंगल ,बुद्ध ,गुरु,शुक्र,शनि, और राहू केतु |ये नव ग्रह कुंडली के 12 भावों में अपनी अपनी स्थितियों के अनुसार शुभ या अशुभ फला देते हैं |
इसीलिए यदि किसी घर-परिवार में अक्सर परेशानियां बनी रहती हैं। परिवार का कोई न कोई सदस्य हमेशा बीमार या अस्वस्थ रहता है। धन संबंधी परेशानियां बनी रहती है। छोटे-छोटे कार्य भी बड़ी कठिनाई से पूर्ण होते हैं। तब संभव है कि उस घर में नकारात्मकता हो सकती है।
इस प्रकार के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं|
पहला उपाय है की महीने में एक बार तीन कन्याओं को घर में बैठाकर भोजन कराएँ और उनकी पूजा करें |
घर के वातावरण में फैली नकारात्मक ऊर्जा को प्रभावहीन करने के लिए सुबह-सुबह घर में लोबान, गुग्गल, कपूर, देशी घी एवं चंदन का चूरा एक साथ मिलाकर गाय के कंडे पर धूनी दें। पूरे घर में इस धूनी का धुआं फैलाएं। इसके प्रभाव से वातावरण में मौजूद नकारात्मक शक्तियां प्रभावहीन हो जाती हैं और सकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ता है।
ये सभी पांचों चीजें पवित्र मानी गई हैं। पूजन-कर्म में इनका विशेष महत्व होता है। यह सभी वस्तुएं घर के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह पवित्र बना देती हैं। ऐसा करने पर देवी देवताओं की विशेष कृपा परिवार पर रहती है और सदस्यों के कार्य समय पर पूर्ण होते हैं। धन संबंधी परेशानियों का नाश हो सकता है।
हर शुक्रवार के दिन घर के मन्दिर में महालक्ष्मी की पूजा करें और लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें या लक्ष्मी जी के महामंत्र ॐ महालाक्ष्मयें नमः का 108 बार जाप करें |
घर में देवी देवता की आरती करते समय कपूर अवश्य जलाएं और पूजा के उपरांत पूरे घर में घूमकर घंटी बजाएं|
भाग्य से जुडी बाधाओं के लिए प्रत्येक गुरुवार के दिन व्रत करें और कुछ देर तक श्रीरामचरित मानस की चौपाईयों का पाठ करें|
सप्ताह में हर बुधवार के दिन प्रथम पूज्य गणेश जी को 21 दूर्वा (एक तरह की घास ) जरुर अर्पित करें|
हर रोज सूर्यास्त के बाद अपने घर के दक्षिण दिशा-पश्चिम दिशा में सरसों के तेल से दीपक अवश्य जलाएं|