Mi-17V-5 पर अपने दल-बल के साथ सवार थे CDS रावत, कितना दमदार था वो हेलीकॉप्टर? जानिए सबकुछ

बुधवार को एक बेहद दुखद खबर सामने आई थी। जी हां, तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में पूरे भारत देश को सुन्न कर दिया है। तमिलनाडु में बुधवार को जो वायु सेना का Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, इस हादसे में देश के कई जांबाज दिग्गजों को खो दिया, जिसके बाद हर कोई बेहद दुखी है। रूस द्वारा निर्मित इस हेलीकॉप्टर में CDS बिपिन रावत अपने दल बल के साथ सवार थे। ऐसा बताया जाता है कि यह दुनिया का सबसे बेहतरीन मिलिट्री हेलीकॉप्टर्स में से एक है।

Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर को भारतीय रक्षा बलों द्वारा उपयोग किया जाता है। इस हेलीकॉप्टर को दुनिया का सबसे दमदार हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है। चाहे मौसम कैसा भी हो, यह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी इलाके में उड़ान भरने में सक्षम है।

पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक की यात्राओं के लिए किया जाता है इस्तेमाल

Mi-17V-5 वीआईपी हेलीकॉप्टर माना जाता है। यह दुनिया के सबसे आधुनिक हेलीकॉप्टरों में से एक है। यह लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से युक्त है। इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक की यात्राओं के लिए किया जाता है। अगर हम रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो उनकी दृष्टि से ये हेलीकॉप्टर काफी सुरक्षित बताया गया है। अगर यह हेलीकॉप्टर सबसे अधिक सुरक्षित है तो आखिर किस कारण से हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ? अब इस बात का पता तो जांच के बाद ही मालूम हो सकता है।

रूस में निर्माण

अगर हम इस हेलीकॉप्टर के निर्माण के बारे में बताए तो यह रूस से निर्मित है। यह हेलीकॉप्टर दुनियाभर में मौजूद सैन्य ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर्स के नवीनतम संस्करणों में से एक है। यह रूसी मूल के Mi-8/17 श्रंखला का हिस्सा है। आपको बता दें कि साल 2008 में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कीमत में 80, MI-17 V5 हेलीकॉप्टरों के लिए रूसी कंपनी से भारत सरकार ने करार किया था। साल 2013 में इनमें से पहला हेलीकॉप्टर भारत को भेज दिया गया था जबकि 2018 में अंतिम बैच पंहुचा था।

हेलीकॉप्टर के कई संस्करण उपलब्ध

इस हेलीकॉप्टर के कई संस्करण उपलब्ध हैं, जिनमें सैनिकों को ले जाने के लिए 36 सीट वाला हेलीकॉप्टर है। कार्गो परिवहन और एक आपातकालीन फ्लोटेशन सिस्टम वाला संस्करण भी इसमें शामिल है। इस हेलीकॉप्टर में एक पायलट और सह-पायलट होता है और फ्लाइट इंजीनियर सहित तीन सदस्यीय चालक दल द्वारा यह हेलीकॉप्टर संचालित होता है।

जानिए खूबियां

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि यह हेलीकॉप्टर 250 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतर रफ्तार पकड़ सकता है और यह 230 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। वहीं 675 किलोमीटर इसके मुख्य ईंधन टैंक की की सीमा है। इसमें दो सहायक ईंधन टैंक भी हैं। इसके साथ यह 1180 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है। अगर हम यह कितना भार ले जा सकता है इसके बारे में बताएं तो यह अधिकतम 4000 किलोग्राम तक भार ले जाने में सक्षम है।

जानें कहां होता है इसका इस्तेमाल

आखिर इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कहां कहां पर किया जाता है इसके बारे में जानें तो इसे जवानों को लाने ले जाने में प्रयोग होता है। इसके अलावा हथियारों को ट्रांसपोर्ट करने, फायर सपोर्ट, एस्कॉर्ट, पेट्रोलिंग और सर्च एंड रेस्क्यू मिशन के लिए इसका इस्तेमाल होता है। 13000 किलोग्राम हेलीकॉप्टर का अधिकतम टेकऑफ वजन है यानी कि यह 36 सशस्त्र सैनिकों को एक साथ ले जा सकता है।

ग्लास कॉकपिट अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस Mi-17V-5 में मल्टीफंक्शन डिस्प्ले, नाइट विजन उपकरण, एक ऑन-बोर्ड वेदर रडार और एक ऑटो पायलट सिस्टम भी है।