ईश्वर की कृपा से बीमार बेटा हुआ ठीक तो मुस्लिम परिवार ने घर में मंदिर स्थापित कर शुरू की पूजा

देश में अलग-अलग जाति-धर्म के लोग रहते हैं और सभी लोग अपने अपने देवी-देवताओं की पूजा करते हैं लेकिन भगवान तो एक हैं, बस उनके रूप ही अनेक हैं। आज हम आपको एक ऐसे मुस्लिम परिवार के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो अपने घर के अंदर मंदिर स्थापित करके रोजाना भगवान की पूजा करता है। इस मुस्लिम परिवार का ऐसा कहना है कि उनका बेटा काफी लंबे समय से बीमार चल रहा था जिसकी वजह से वह काफी चिंतित थे।

उन्होंने अपने बेटे को हर जगह दिखाया सभी जगह इलाज कराने के बावजूद भी कोई भी फायदा नहीं हो पाया। उनके बेटे की तबीयत दिन पर दिन बिगड़ती जा रही थी। तब उन्होंने एक मंदिर में बेटे के ठीक होने की मन्नत मांगी थी। जब बेटे की तबीयत ठीक हो गई तो उस मुस्लिम परिवार की आस्था भगवान के प्रति और अधिक बढ़ गई। अपनी आस्था के चलते उन्होंने अपने घर में भगवान का मंदिर स्थापित किया और रोजाना पूजा पाठ करते हैं।

यह मुस्लिम परिवार अपने घर में भगवान की पूजा करता है। उनके घर से घंटी और शंख की आवाज आती है। भले ही यह सब जानकर आपको थोड़ा आश्चर्य हो रहा होगा परंतु पूरी वजह जानकर आपका दिल भी खुश हो जाएगा। आपको बता दे कि देहली गेट के निवासी रूबी आसिफ अपने पति आसिफ खान और बच्चों के साथ एडीए कॉलोनी में रहती हैं। रूबी और पति ने यह जानकारी दी कि उनके बेटे मोहम्मद आसिम की तबीयत बहुत खराब चल रही थी। उन्होंने अपने बेटे को आगरा रोड पर मौजूद एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया लेकिन बेटे की तबीयत दिन पर दिन खराब होती जा रही थी। दोनों ही अल्लाह से बेटे के जल्दी ठीक होने की दुआ मांग रहे थे। जब वह सभी जगह से निराश हो गए तब उन्होंने एक मंदिर में अपने बेटे के लिए मन्नत मांगी थी।

रूबी का ऐसा बताना है कि जब उन्होंने भगवान से मन्नत मांगी तो उनके बेटे की तबीयत में सुधार आ गया, जिसकी वजह से भगवान के प्रति उनकी आस्था और बढ़ गई। बाद में उन्होंने अपने घर के अंदर भगवान का मंदिर बनाने का निर्णय किया और अपने घर में मंदिर स्थापित किया। उन्होंने अपने मंदिर में श्री राम दरबार के साथ भगवान कृष्ण और गणेश जी की मूर्तियां रखी हैं।

आसिफ ने यह जानकारी दी कि अब उनका परिवार रोजाना ही अपने घर में स्थापित भगवान के मंदिर में सुबह-शाम पूजा करता है। रूबी आसिफ खान ने यह बताया है कि वह भाजपा महावीर गंज मंडल की नेता है। रूबी ने बताया कि उन्हें ईश्वर पर अटूट विश्वास और आस्था है। ईश्वर की कृपा से ही उनके बेटे को जीवनदान मिला है। अगर ईश्वर की कृपा नहीं होती तो उनका बेटा आज जीवित ना होता।

इस दंपति का ऐसा कहना है कि उनका पूरा परिवार अल्लाह और भगवान दोनों में ही आस्था रखता है और हर त्यौहार पर ही वह पूजा-पाठ करते हैं परंतु जब उनकी मन्नत पूरी हो गई तो भगवान पर उनकी आस्था और मजबूत बन गई। जिसके बाद उन्होंने घर में मंदिर स्थापित किया।