बेटियों के लिए मिसाल: लालू यादव को बेटी रोहिणी ने किडनी देखकर दी नई जिंदगी, हो रही जमकर तारीफ

बेटी हमारे घर की शान होती हैं। बेटियां कब बड़ी हो जाती हैं और कब उनकी शादी हो जाती है, पता ही नहीं चलता है। शादी के बाद जब बेटी अपने ससुराल चली जाती है तो पूरे घर में बस बेटी की यादें ही रह जाती हैं। बेटी अपना आधा जीवन मां-बाप के घर में बिताती है। भले ही बेटियां पराई होती हैं लेकिन पराया हो कर भी कभी पराई नहीं होती। शायद इसलिए कभी पिता से हंसकर बेटी की विदाई नहीं होती। कहा जाता है कि वो लोग किस्मत वाले होते हैं जिन्हें बेटियां नसीब होती हैं। लोगों का मानना है कि उन लोगों को भगवान की मोहब्बत नसीब होती है। शायद इसलिए हमारी संस्कृति में बेटियों को ऊंचा दर्जा हासिल है।

बेटियां वह होती हैं, जो एक साथ कई रिश्तों को निभाती हैं। बेटियां पापा की लाडली होती हैं, भाई की प्यारी होती हैं। शादी के बाद किसी की पत्नी तो किसी की बहू होती है। फिर मां से किसी की दादी तक के रिश्तो से सराबोर रहती हैं। मगर जब वह अपने पापा के पास होती हैं, तो उसकी लाडली बन जाती हैं। चाहे उम्र का कोई भी पड़ाव हो, उसे अपने पापा की चिंता हमेशा ही रहती है। इस बारे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से बेहतर कौन समझेगा? लालू यादव पांच बेटियां और दो बेटों के पिता हैं। जब लालू यादव को किडनी की जरूरत पड़ी तो बेटी ही आगे आई।

इतना ही काफी, आपकी खैरियत मेरी जिंदगी

आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव को उनकी बेटी रोहिणी आचार्य की एक किडनी सिंगापुर में ट्रांसप्लांट कर दी गई है। ऑपरेशन सफल रहा है। रोहिणी के अपने पिता लालू को किडनी देने के फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है। लोग इसे बेटी और बाप के प्यार भरे रिश्ते से जोड़कर देख रहे हैं।

आपको बता दें कि लालू यादव की किडनी खराब है। उनको किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी, तो बेटी बेहिचक पापा के लिए किडनी देने के लिए तैयार हो गई। रोहिणी अचार्य को बस अपने पापा लालू यादव की यह चिंता है कि वह ठीक हो जाएं। इसलिए उसने एक पल भी यह नहीं सोचा कि उसके जीवन का क्या होगा? लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ही किडनी डोनेट कर दी। लालू यादव का ऑपरेशन सिंगापुर में हुआ।

बेटी अपने पिता की जान, चेहरे की मुस्कान

आपको बता दें कि रोहिणी ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए हैं। उन्होंने अपने एक ट्वीट में यह लिखा कि “जिन्होंने लाखों-करोड़ों जनता को दी आवाज, उनके लिए दुआ करें सब मिलकर आज।” वहीं रोहिणी ने दूसरे ट्वीट में यह लिखा कि “मेरे लिए इतना ही काफी है, आपकी खैरियत मेरी जिंदगी है। लालू और उनकी बेटी रोहिणी दोनों ही अस्पताल में एडमिट हैं। रोहिणी ने अस्पताल से अपनी तस्वीरों को साझा किया है। इनमें से एक तस्वीर में रोहिणी को अस्पताल के बेड पर देखा जा सकता है। लालू यादव के दोनों बेटे और बड़ी बेटी मीसा भारती अपने पति के साथ सिंगापुर में ही हैं।

लालू यादव सात बच्चों के पिता हैं ऐसे में वह अपनी बेटी को परेशानी में कैसे डाल सकते थे। जब डॉक्टर ने यह कह दिया कि किडनी ट्रांसप्लांट के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है, तो पूरा लालू परिवार ही काफी सोच विचार में पड़ गया था। लेकिन जब किडनी डोनेट करने के लिए रोहिणी आचार्य ने कहा तो तुरंत ही लालू यादव ने इंकार कर दिया। रोहिणी ने अपने पिता लालू यादव को मनाया। काफी मान-मनौव्वल के बाद वह मान गए। किडनी लेने के लिए राजी हो गए।

डॉक्टरी की पढ़ाई कर चुकीं रोहिणी आचार्य

लालू यादव की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य ने खुद डॉक्टरी की पढ़ाई की हुई है। उनकी शादी एमबीबीएस कंप्लीट करने से पहले ही हो गई थी। रोहिणी तब जमशेदपुर के एमजीएम कॉलेज से एमबीबीएस कर रही थीं। रोहिणी के पति समरेश सिंह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। समरेश के पिता राय रणविजय सिंह रिटायर्ड इनकम टैक्स ऑफिसर थे और लालू के कॉलेज के जामने के दोस्त भी थे। शादी के समय वह अमेरिका में नौकरी कर रहे थे। फिलहाल वह सिंगापुर में ही सेटल हो गए हैं।