रोज गंगा आरती करने वाले विभु ने NEET में पाई सफलता, हासिल की 622वीं रैंक, बोले- मैया का आशीर्वाद

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले विभु उपाध्याय इस समय काफी चर्चा का विषय बने हुए हैं। विभु उपाध्याय ने NEET की परीक्षा उत्तीर्ण की है। उनकी 622वीं रैंक आई है। विभु उपाध्याय की इस सफलता से उनका पूरा परिवार बेहद खुश है। वहीं विभु उपाध्याय एक अन्य कारण से भी अपने जिले भर में जाने जाते हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि विभु उपाध्याय नियमित रूप से कछला गंगाघाट पर होने वाली गंगा आरती में भाग लेते आ रहे हैं।

विभु उपाध्याय का कहना है कि इससे उनके मन को शांति मिलती है। नित्य गंगा आरती करने वाले विभु ने पहले ही प्रयास में 720 अंकों में 622 अंक हासिल किए हैं। आपको बता दें कि 15 जनवरी 2019 को बदायूं के कछला गंगा घाट पर नियमित गंगा आरती की शुरुआत हुई थी और तब से विभु यहां रोज गंगा आरती करता था। जनवरी 2019 में उस वक्त के तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह ने बदायूं के कछला गंगा घाट पर बनारस की तर्ज पर नियमित गंगा आरती कराने का प्रण लिया था। उनके प्रण के बाद ही बदायूं में बनारस की तर्ज पर गंगा घाट पर नियमित आरती शुरू हुई थी।

गंगा आरती के लिए ब्राह्मण अर्चकों की जरूरत थी तो उस वक्त विभु इसके लिए आगे आए। माता-पिता से इजाजत लेकर पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने नित्य शाम को आरती शुरू कर दी। करीब सालभर पहले वह बदायूं छोड़कर कोटा चले गए थे। वहां पर उन्होंने नीट की तैयारी की और सफलता हासिल की। उन्होंने 720 में से 622 अंक हासिल किए हैं।

‘ये गंगा मैया का आशीर्वाद है’

विभु उपाध्याय ने कोटा आकर NEET की परीक्षा के लिए कोचिंग ज्वाइन की और वहां पर पढ़ाई आरंभ कर दी। विभु उपाध्याय ने यहां खूब मेहनत से पढ़ाई की और आज मां गंगा के आशीर्वाद से उन्होंने NEET परीक्षा में सफलता हासिल कर ली है। विभु उपाध्याय ने इसका पूरा श्रेय पूर्व डीएम दिनेश कुमार सिंह के साथ-साथ अपने माता-पिता और गंगा मैया को दिया है। विभु उपाध्याय के इस प्रदर्शन से उनके गांव कछला में भी उत्साह का माहौल बना हुआ है।

विभु उपाध्याय ने कहा कि “गंगा मैया ने मुझे लोगों की सेवा के लिए चुना है। मैं उन्हें कभी निराश नहीं करूँगा। उनकी कृपा से ही मैं आज इस मुकाम तक पहुँच पाया हूँ। मेरी कामयाबी के पीछे मेरे माता-पिता के वाला शिक्षकों का भी हाथ है। मैं अपने जिले के पूर्व DM डीके सिंह को भी धन्यवाद देता हूँ, 2019 में उन्होंने ही गंगा आरती कार्यक्रम की शुरुआत करवाई थी।”

विभु उपाध्याय की इस सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल बना हुआ है। हर कोई यही कह रहा है कि विभु की मेहनत और गंगा मैया के आशीर्वाद से उन्हें यह सफलता हासिल हुई है। सोशल मीडिया पर भी लोग विभु की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। कई यूजर्स ने उन्हें “गंगा का लाल” कहकर भी संबोधित किया है।

फिर शुरू करेंगे आरती

बता दें विभु पिछले तीन-चार साल से इसकी तैयारी कर रहे थे। उनका कहना है कि जब भी उन्हें समय मिलेगा वो दोबारा गंगा आरती में जुट जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विभु के पिता ने बताया कि विभु ने आर के पब्लिक स्कूल से इंटर की परीक्षा पास की। प्रथम वर्ष में ही नीट परीक्षा पास कर अपने माता-पिता और कछला का नाम रोशन किया। नीरज शर्मा ने बताया कि विभु उपाध्याय गंगा आरती में नियमित शामिल होते थे। परीक्षा के दौरान या कोटा जब तक रहे शामिल नहीं हो पाए। इसके अतिरिक्त कछला रहने के दौरान वह नियमित गंगा आरती में जाते थे।

CM योगी ने दी बधाई


वहीं विभु उपाध्याय की इस कामयाबी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्विट कर उन्हें बधाई दी है। उन्होंने लिखा है “यह प्रेरक उपलब्धि संस्कारित एवं अनुशासित जीवन शैली का प्रतिफल है। इस अप्रतिम सफलता के लिए उन्होंने विभु उपाध्याय के उज्जवल भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं दीं।” मुख्यमंत्री ने लिखा कि “मां गंगा का आशीर्वाद सदा ऐसे ही उन पर बना रहे।”