मासूम बेटे को गोद में लेकर रिक्शा चलाने को मजबूर हुआ शख्स, इस पिता की कहानी आपको रुला देगी: Video
इस दुनिया में हर किसी व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव आता है। कभी जीवन में सुख होता है, तो कभी दुख का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जिनके जीवन में परेशानियां आती हैं परंतु बहुत ही जल्द खत्म हो जाती हैं। वहीं कुछ लोगों को परेशानियां ऐसा घेर लेती हैं कि पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती हैं। दो वक्त की रोटी के लिए इंसान क्या कुछ नहीं करता है। कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें काफी मुसीबतों के बाद रोटी नसीब होती है। कई ऐसे भी होते हैं जो अपने परिवार का पेट भरने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं।
आज के दौर में परिवार पालना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। उनके लिए यह जिम्मेदारी और बढ़ जाती है जो दो जून की रोटी के लिए रोजाना ही जी तोड़ मेहनत करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे लाचार और मजबूर पिता के बारे में बताने वाले हैं, जो अपने मासूम बेटे को एक हाथ में गोद में लिए रिक्शा चलाता है। दरअसल, आज हम आपको जिस शख्स के बारे में बता रहे हैं उसका नाम राजेश मालदार है। भले ही इनके नाम में ही मालदार लगा हुआ है लेकिन किस्मत में नहीं। राजेश अपने एक साल के मासूम बच्चे को गोद में लेकर दिनभर रिक्शा चलाते हैं।
10 साल पहले काम की तलाश में आ गए थे जबलपुर
आपको बता दें कि राजेश मालदार बिहार के रहने वाले हैं। वह लगभग 10 साल पहले काम की तलाश में बिहार से जबलपुर आ गए थे। जबलपुर में मजदूरी करने लगे। रेलवे स्टेशन के बाहर फुटपाथ पर जैसे तैसे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। वहीं आगे फुटपाथ पर ही रहने वाली एक युवती से राजेश को प्यार हो गया, जिसके बाद दोनों ने शादी रचा ली। दोनों के 2 बच्चे हुए। एक 3 साल की बेटी है और दूसरा 8 महीने का बेटा है। राजेश अपने परिवार के साथ स्टेशन के पास ही झोपड़ी बनाकर रहने लगे। वह रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट भरते हैं।
पति और बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी के साथ भाग गई पत्नी
ऐसा कहा जाता है कि अपने बच्चे के लिए मां का प्यार कभी कम नहीं होता। पिता का दिल पत्थर का हो सकता है लेकिन जन्म देने वाली मां अपने बच्चे को छोड़कर नहीं जा सकती। लेकिन करीब एक महीने पहले राजेश की पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग गई। उस मां ने अपने दोनों बच्चों की भी परवाह नहीं की। पति के साथ बच्चों को छोड़कर चली गई। लेकिन पिता ने उनका साथ नहीं छोड़ा। अपनी गोद में एक साल के मासूम बेटे को थामकर पिता रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण कर रहा है। राजेश अपने दोनों बच्चों की देखभाल खुद कर रहे हैं।
राजेश बताते हैं कि वह अपने एक साल के बच्चे को गोद में लेकर दिनभर रिक्शा चलाते हैं “एक बिटिया है इससे बड़ी, उसे झुग्गी में सुलाकर आता हूं और एक को साथ में रखता हूं। बच्चे का तन ढकने के लिए पैसे नहीं है।” राजेश कहते हैं “अगर रिक्शा नहीं चलाऊंगा तो कौन खाना खिलाएगा।”
वीडियो हुआ वायरल
MP: अपने 1 साल के बच्चें को गोद में लेकर दिन भर रिक्शा चलाते हैं जबलपुर के राजेश।
राजेश कहते हैं एक बिटिया है इससे बड़ी, उसे झुग्गी में सुलाकर आता हूं और एक को साथ में रखता हूं।
बच्चे का तन ढकने के लिए पैसे नहीं हैं।
“अगर रिक्शा नहीं चलाऊगा तो कौन खाना….”
MP: अपने 1 साल के बच्चें को गोद में लेकर दिन भर रिक्शा चलाते हैं जबलपुर के राजेश।
राजेश कहते हैं एक बिटिया है इससे बड़ी, उसे झुग्गी में सुलाकर आता हूं और एक को साथ में रखता हूं।
बच्चे का तन ढकने के लिए पैसे नहीं हैं।
“अगर रिक्शा नहीं चलाऊगा तो कौन खाना….”
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— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) August 25, 2022
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) August 25, 2022
आपको बता दें कि राजेश जबलपुर बस स्टैंड के पास एक छोटी सी कोठरी में रहते हैं। उनके पास कोई फोन नहीं है। वह रिक्शा चलाकर अपना और अपने दो मासूम बच्चों का पेट भरते हैं। राजेश की कहानी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ट्वीटर पर @KashifKakvi नाम के अकाउंट से साझा किया गया है। काशिफ़ एक पत्रकार हैं। उन्होंने राजेश की कहानी को सामने लाने का प्रयास किया है।