रसोईये के बेटे की शादी में मायरेदार बनकर पहुंचा GRP थाना, दूल्हे की मां को चुनरी ओढ़ाकर भरा सवा लाख रुपए का मायरा

दुनिया भर से आए दिन बहुत सी खबरें देखने और सुनने को मिलती हैं, जिनमें से कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिसे जानने के बाद हर कोई भावुक हो जाता है। वहीं कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिसकी लोग खूब तारीफ करते हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप भी तारीफ करेंगे। दरअसल, एक मामला राजस्थान के नागौर जिले से सामने आया है।

सोमवार दोपहर मेड़ता रोड कस्बे में एक रसोइये के बेटे की शादी में पूरा जीआरपी थाना मायरेदार बनकर पहुंचा। थानेदार सहित सभी सिपाहियों ने दूल्हे की मां को चुनरी ओढ़ाकर सवा लाख रुपए का मायरा भरा और उसे भाई की कमी महसूस नहीं हुई होने दी। इन दिनों यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

निमंत्रण कार्ड देख कर फैसला किया

आपको बता दें कि मेड़ता रोड जीआरपी थाने में रसोईये का काम करने वाले अस्थाई कार्मिक पवन कुमार शर्मा के बेटे हेमंत की शादी थी। पवन कुमार अपने बेटे की शादी का कार्ड देने थानाधिकारी हेम सिंह के पास पहुंचे। इस दौरान बातचीत करते करते थानाधिकारी को यह बात मालूम हुई कि रसोईये की पत्नी का कोई भी भाई नहीं है इसलिए मायरे की रस्म नहीं रखी। उन्होंने शादी में आने का निमंत्रण स्वीकार करते हुए पूरे स्टाफ से चर्चा की, तो सभी ने मिलकर रसोईये के बेटे की शादी में मायरा भरने का निर्णय ले लिया।

पवन कुमार शर्मा के लड़के की शादी मंगलवार को आखातीज के दिन होनी थी। इससे पहले सोमवार की सुबह ही जीआरपी थाने का पूरा स्टाफ गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते हुए पवन कुमार के घर पहुंचा तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। घर की सभी महिलाओं ने परंपरा के मुताबिक, सभी सिपाहियों के मस्तक पर तिलक लगाकर उनको भाई जैसा सम्मान दिया।

दूल्हे की मां की आंखों में आ गए खुशी के आंसू

पवन कुमार शर्मा के घर में शादी का माहौल था। इसी दौरान थानाधिकारी हेम सिंह सहित थाने के सभी सिपाही उनके घर पहुंचे और सभी सिपाहियों ने रसोइये पवन कुमार शर्मा की पत्नी को चुनरी ओढ़ाया और उन्होंने भाई का फर्ज निभाया। थानाधिकारी हेम सिंह सहित थाना के सभी सिपाहियों ने पवन कुमार शर्मा की पत्नी को चुनरी ओढ़ाकर भाई का फर्ज निभाते हुए सवा लाख रुपए का मायरा भरा।

यह माहौल काफी भावुक कर देने वाला था। शादी समारोह में जो भी लोग मौजूद थे वह यह नजारा देखकर काफी भावुक हो गए। वहीं पवन कुमार शर्मा की पत्नी की आंखों में भी खुशी के आंसू भर आए। इस दौरान जीआरपी थाने ने सिर्फ सवा लाख रुपए का मायरा ही नहीं भरा बल्कि उन्होंने दूल्हे, दूल्हे की मां, दूल्हे के पिता और सभी परिजनों के लिए कपड़े, फल फ्रूट और कुछ उपहार भी खुशी खुशी भेंट किए।

जीआरपी थाने की ओर से सामाजिक सरोकार से जुड़ी रस्मे निभाने पर हर तरफ सराहना हो रही है। जो भी इस पूरे मामले के बारे में जान रहा है, वह जीआरपी थाने की तारीफ करते हुए नहीं थक रहा है। हर तरफ इन दिनों यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।